मशरूम से बनी ग्रीन टी तैयार की, यूरोपीय देशों में बिकेगी

September 20 2021

कहलूर बायो साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर घुमारवीं ने कॉर्डिसेप्स मशरूम से ग्रीन टी तैयार की है। करीब डेढ़ साल के शोध के बाद रिसर्च सेंटर को यह कामयाबी मिली है। चाय तैयार करने में कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर और इंग्लैंड की हेमकिशी लिमिटेड का सहयोग केंद्र को मिला है। अब यह ग्रीन टी यूरोपीय देशों में बिकेगी, जिसके लिए एक कंपनी के साथ करार भी हो गया है।

इस चाय को बनाने के लिए कहलूर बायो साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर के बनाए कॉर्डिसेप्स मिलिटरिस मशरूम और कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की आर्गेनिक ग्रीन टी का इस्तेमाल किया गया है। इस चाय में कई एंटी ऑक्सिडेंट्स और हेल्थी बायो मेटाबॉलिट्स है, जो कि हेल्थ के लिए लाभकारी है। कहलूर रिसर्च सेंटर के डॉक्टर अमित ठाकुर ने बताया कि औषधीय मशरूम कॉर्डिसेप्स पारंपरिक चिकित्सा के मूल्यवान स्रोत हैं।

कॉर्डिसेप्स मशरूम के गुण 

कॉर्डिसेप्स मशरूम से बनी ग्रीन टी थकान मिटाती है और सहनशक्ति बढ़ाती है। अध्ययन के अनुसार यह कोरोना वायरस खत्म करने में भी लाभदायक होगी। यह मांसपेशियों की शक्ति को बढ़ाती है। मांसपेशियों में लैक्टिक एसिड के स्तर को भी कम करती है। यह मांसपेशियों में ग्लूकोज के अलावा रक्त और यकृत ग्लाइकोजन स्तरों में इंसुलिन की उपलब्धता को बढ़ाती है। रक्त प्रवाह और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाकर व्यायाम के दौरान हृदय की कार्यक्षमता को बढ़ाती है। 

कैंसर के लिए भी लाभदायक  

कॉर्डिसेप्स मशरूम से बनी चाय कैंसर के से बचाव में भी लाभदायक है। कॉर्डिसेप्स में पाया जाने वाला कॉर्डिसेपिन कई तरीकों से एक मजबूत एंटी कैंसर एजेंट के रूप में सामने आया है। कॉर्डिसेपिन मानव कैंसर कोशिकाओं के एपोप्टोसिस को प्रेरित करता है।  

रिसर्च अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित 

रिसर्च सेंटर ने मशरूम के ऊपर रिसर्च को भी अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित किया है। यह चाय कंपनी के ऑनलाइन स्टोर, कॉरसेप स्टोर और अमेजन ऑनलाइन स्टोर पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। भारत में इसकी मार्केटिंग अतिशा ट्रेडर्स मुरादाबाद द्वारा की जा रही है। एक डिब्बे में बीस टी बैग हैं, जिनकी कीमत आठ सौ रुपये है जो अभी बाजार में उतारी जाएगी। 

जल्द होगी चाय की लांचिंग 

इस प्रोडक्ट को शीघ्र लांच किया जा रहा है, जिसे प्रोफेसर जय देव हेड डिपार्टमेंट ऑफ टी हसबेंडरी कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर चौधरी सरवन कुमार हिमाचल कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर लांच करेंगे।

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स्रोत: Amar Ujala