Posted by Dr. Rajendra Prasad Central Agricultural University, Pusa, Samastipur, Bihar
Punjab
2021-03-02 13:18:39
मूंग, चारा और मक्का की खेती करने वाले किसानों के लिए सुझाव
मूंग- गर्म मूंग तथा उर्द की बुवाई के लिए खेत की तैयारी करें। बुवाई से पूर्व खेत की जोताई में 20 किलोग्राम नत्रजन, 45 किलोग्राम स्फुर, 20 किलोग्राम पोटाश तथा 20 किलोग्रान गंधक प्रति हेक्टेयर की दर व्यवहार करें। मूंग के लिए पूसा विशाल, सम्राट, SML-668, HUM-16 तथा उर्द के लिए पंत उर्द 19, पंत उर्द 31 की किस्में बुवाई के लिए अनुशंषित है।
चारा- चारा के लिए ज्वार, मकई और बाजरेकी बुआई करें। चारे की लगी हुई फसलें जैसे- जई, बरसीम एवं लूसर्न की कटाई 25-30 दिनों के अंतराल पर करें। प्रत्येक कटाई के बाद खेतों में 10 किलोग्राम नत्रजन प्रति हेक्टर की दर से उपरिवेषन करें।
मक्का- बसंतकालीन मक्का की बुआई करें।जुताई सेे पूर्व खेतों में प्रति हेक्टेयर 15-20 टन गोबर की खाद, 40 किलोग्राम नत्रजन, 40 किलोग्राम स्फुर एवं 30 किलोग्राम पोटाश का व्यवहार करें। बुआई के लिए देवकी, गंगा 11, शक्तिमान 1 एवं 2 किस्में अनुशंषित है। बीज दर 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से व्यवहार करें।