Expert Advisory Details

idea99una_crops_04th_may.jpg
Posted by CSK Himachal Pradesh Agricultural University, Palampur
Punjab
2021-05-04 09:29:13

दलहनी, सरसों और चारे की खेती करने वाले किसानों के लिए सुझाव

दलहनी- निचले व मध्यम पर्वतीय क्षेत्र में सूरजमुखी फसल की बुवाई खत्म करें, निचले क्षेत्रों में मूंग और उड़द की फसलों की बुवाई खत्म करें, बुवाई से पूर्व बीजों को फसल विशेष राइजोबियम से अवश्य उपचार करें। जिन किसानों के खेत खाली है तो खेत तैयार करके बुवाई शुरू करें।

सरसों- पूर्ण रूप से पक चुके तोरिया या सरसों की फसल को अतिशीघ्र काट लें। 75 से 80 प्रतिशत फली का रंग भूरा होना ही फसल पकने के लक्षण है, फलियों के अधिक पकने की स्तिथि में दाने झड़ने की संभावना होती है। अधिक समय तक कटी हुई फसलों को सूखने के लिए खेत में रखने से चितकबरा बग से नुकसान होता है अत: वे जल्द से जल्द गहाई करें।

चारा- निचले क्षेत्रों में मक्का चारे के लिए (प्रजाति- अफ्रीकन टाल) तथा लोबिया की बुवाई की जा सकती है, Baby corn hybrid HM 4 की भी बुवाई कर सकते है।