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डॉ. रमनदीप सिंह

(मंडीकरण)

डॉ. रमनदीप सिंह – भारतीय किसानों के लाभ और पूर्ति के लिए सहायक

डॉ. रमनदीप सिंह – सही जानकारी की अनुपस्थिति, कृषि मंडीकरण सुविधाओं और उचित परामर्श के अभाव में आज के किसान को अपने खेती उपज के निबटारे के लिए स्थानीय व्यापारियों और दलालों पर निर्भर होना पड़ता है, जो कि इन्हें ना-मात्र कीमतों पर बेचते हैं। भारतीय किसान के इस असहनेयोग्य कष्ट को खत्म करने के लिए पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में व्यवसाय प्रबंधन के प्रोफेसर डॉ. रमनदीप ने अपनी टीम के साथ, नए कृषि आधारित उत्पादों और उन उपभोक्ताओं के विकास में किसानों की मदद करने का निर्णय लिया, जिनकी उपभोक्ताओं के बीच काफी स्वीकार्यता है और उनकी आमदनी को पूरा करने में मदद की और वैश्विक बाज़ारों में भी प्रवेश किया। डॉ. रमनदीप सिंह का दृढ़ विश्वास है कि आज के किसान को एक निश्चित बाजार, अधिक लाभ, कम जोखिम वाले कारक और आमदनी का निरंतर समानांतर स्त्रोत प्राप्त करने के लिए उत्पाद के विकास और मंडीकरण के रास्ते ढूंढने चाहिए।

सोशल मीडिया की ताकत का एहसास करते हुए, डॉ रमनदीप 12000 से ज्यादा कृषि घरों में किसानों को एक समान मंच पर आने और एक दूसरे के साथ जानकारी सांझा करने में सफल रहे हैं। आविष्कारी खेती की तकनीकों, उत्पाद की कीमतों, ब्रांडिंग और पैकेजिंग, उपभोक्ता की जरूरत को समझना, और ऑनलाइन, ऑफलाइन मोड के माध्यम से उत्पादों का सीधे तौर पर मंडीकरण हो, ताकि किसानों की सोच के अनुसार उन्हें लाभ मिल सके। डॉ. रमनदीप सिंह ने व्हाट्सएप, फेसबुक और यूट्यूब के प्रयोग से दुनिया भर के अधिक से अधिक किसानों को इन समूहों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है। नवीनतम और उपयोगी कृषि सूचना के प्रसार में उनके सामाजिक मीडिया समूह एक महत्तवपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे बहुत तेजी से किसानों की व्यापक संख्या तक पहुंच रहे हैं। वे न केवल सूचना प्रसार के लिए बल्कि कृषि में नए विचारों और कार्यों में किसानों के हित को उत्तेजित करने के लिए एक सच्चे साधन के रूप में काम करते हैं।

डॉ. रमनदीप और उनकी टीम ने इस रिकॉर्ड तोड़ पहल के परिणामस्वरूप, बड़ी संख्या में किसानों के उत्पाद विकास की अवधारणा को सीखा है और इसे लागू करना भी शुरू कर दिया है। इससे उन्हें ना सिर्फ अपने उत्पाद की महत्त्ता और क्षमता का एहसास होगा बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने किसानों को प्रोत्साहित किया कि वे अपना डेयरी फार्म खोलें और दूध से बने उत्पाद जैसे पनीर, आइस क्रीम आदि और मधु मक्खी पालकों को शहद अपने ब्रांड नाम से बेचें। डॉ. रमनदीप की सफलता की कहानियां अंतहीन है। उनका मानना है कि यदि आज के युवाओं को ठीक से निर्देशित किया जाये तो वे कृषि क्षेत्र में काफी योगदान कर सकते हैं, डॉ. रमनदीप, विद्यार्थियों और नौजवानों के साथ बातचीत करने के लिए हर समय उपलब्ध रहते हैं, ताकि वो उन्हें गेस्ट लैकचरज़, सैमीनार,कॉनफ्रैंस जैसे औपचारिक मंचों पर खेतीबाड़ी से संबंधित उचित जानकारी दे सकें।

आप भी डॉ. रमनदीप सिंह के व्हाट्स एप समूह जैसे Punjab Agri Brand, Punjab Honey, Punjab Poly House, Punjab Innovative, Punjab Horticulture, Punjab Young Farmers, Young Innovative Farmers, Punjab Global, Punjab Farm Tourism, Punjab Tomato, Punjab on Farm markets, Punjab Mushrooms, Punjab YFC Sathiala, Progressive Farmers Punjab, Young Innovative Farmers, NFA Sri Mukatsar Sahib, PB, Horticulture Farmers NFA, Potato Growers, Punjab PHC PAU में शामिल होकर उनके उत्साह का हिस्सा बन सकते हैं। डॉ. सिंह निम्नलिखित फेसबुक समूहों का भी संचालन कर रहे हैं Foundation for Agri Businesss Awareness and Education, Punjabi Young Innovative farmers and Agri preneurs, Progressive Bee Keepers Association.

कई भारतीय टेलीविज़न और रेडियो चैनलों ने डॉ. रमनदीप सिंह को अपने शो में कृषि अनुसंधान, मंडीकरण और कार्य प्रबंधन और कृषि समाज में परिवर्तन के बारे में गहरा ज्ञान प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया है। आज पंजाब में लगभग हर घर डॉ. रमनदीप के लिए एग्री व्यापार की अवधारणा के प्रति उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए आभारी हैं।