Cultivation of elephant foot yam by leveled land and pit method
जिमीकंद खेती: आमतौर पर यह फरवरी-मार्च के दौरान लगाया जाता है। यदि बीज सामग्री और सिंचाई की सुविधा सुनिश्चित हो तो इसकी खेती किसी भी मौसम में की जा सकती है। छत्तीसगढ़ में वर्षा आधारित स्थिति होने पर इस कंद की बुआई मई-जून महीने से शुरू की जाती है।
लगाने की विधि: दो विधि से जिमीकंद की बुआई की जाती है पहली है समतल भूमि में और दूसरी है गड्ढों में।
समतल भूमि में जिमीकंद की बुआई हेतु कंदों के आकार के अनुसार 75 से 90 सेंटीमीटर की दूरी पर कुदाल द्वारा 20 से 30 सेंटीमीटर गहरी नाली बनाकर कंदों की बुआई कर दी जाती है तथा नाली को मिट्टी से ढक दिया जाता है।
गड्ढा विधि में 75x75x30 सेंटीमीटर या 1.0x1.0 मीटर 30 सेंटीमीटर चौड़ा एवं गहरा गड्ढा खोदकर कंदों की रोपाई की जाती है।