पत्ता गोभी- साधारण बुबाई के लिए नर्सरी की तैयारी के लिए मौसम अनुकूल है। बीज को Trichoderma @ 10 ग्राम प्रति किलोग्राम या साथ में Captan/Thiram @ 2-3 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज जे साथ उपचारित करने के बाद उगाए गए बिस्तरों पर (15 से 20) पर बोया जाना चाहिए। नर्सरी में बीज बोने के बाद इनको अच्छी तरह से सड़ी हुई खाद+मिट्टी+रेत (2:1:1) के मिश्रण और धान की पराली/सूखे पत्तों के साथ ढक लें।
आलू- वर्तमान मौसम आलू की बुबाई के लिए उपयुक्त है। किसानों को यह बात जरूर पता होना चाहिए आलू नमकीन और खर मिट्टी में को छोड़कर और किसे भी प्रकार की मिट्टी पर आलू की बुबाई की जा सकती है जिस मिट्टी में पहले से ही नमी हो, वह कंदो के विस्तार के लिए कम से कम विरोध करती है।आलू की फसल की खेती के लिए दुम्मटी और बलुई दुमट, अच्छी जल निकासी और हवा के प्रसार के साथ जैविक तत्वों से भरपूर होती है।खेत की तैयारी से पहले मिट्टी की चयन और मिट्टी की जांच करें।
पालक- पालक की बुबाई आने वाले दिनों में शुरू की जा सकती है, मिट्टी को बारीक करने के लिए पहले जुताई करें। बुबाई से पहले हल्की सिंचाई करें।बीज को पतले ढंग से बोयें या पंक्ति के बीड 30 सेंटीमीटर का अंतराल छोड़े। उचित अंकुरण के लिए सुबह और शाम के समय सिंचाई करें।