द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-10-20 09:53:13
Pay attention to the farmers who work in animal husbandry
पशुपालन- पशुओं का सही समय पर टीकाकरण करवाएं ताकि उन्हें बीमारियां जैसे मुँह खुर, गलघोटू, पटसोजा, इन्टेरोटोक्सिमिया आदि से बचाया जा सके।
समय समय पर पशुओं को मलप विरुद्ध दवा देनी भी जरुरी है क्योंकि वह पशु को दी खुराक का प्रयोग अपने विकास के लिए करते हैं और पशु कमजोर होता जाता है।
मलप और ओर कीड़ेमार दवा को बदल भी लेना चाहिए ताकि पशु में इनके विरुद्ध प्रतिरोध पैदा न हो जाए। इस समय अधिक हरे चारे की कटाई करके उसे संभाल लेना चाहिए ताकि चारे की कमी के समय उसका प्रयोग कर सके।
हरे चारे को जरुरत अनुसार मात्रा में सूखे चारे में केही पशु को दें क्योकि सिर्फ हरा चारा देने से कई बार पशु को दस्त लग जाती है और एसिडोसिस जैसी समस्या भी आती है। अधिक हरे चारे को संभालने के लिए हम उसका अचार या हेए तैयार कर सकते हैं।