द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2019-08-02 13:27:58
In August month, how to control these insects of paddy
तना छेदक: इन कीटों की सुंडियाँ छोटे पौधों के तने के अंदर छेद करके गोभ सूखा देती हैं। यह सुंडियाँ थोड़ा देरी से पौधों पर हमला करती हैं तो हमले के शिकार पौधों के दानों के बिना सफेद रंग की खाली बालियां खेत में सीधी खड़ी दिखाई देती हैं। जब खेत में 5% से ज़्यादा सूखी गोभ दिखाई दें तो फसल पर 20 मिलीलीटर फेम 480 एस सी (फ्लूबैंडामाइड) या 170 ग्राम मोर्टर 75 एस जी (कार्टाप हाइड्रोक्लोराइड) या एक लीटर कोरोबान/ लीथल/ डर्मट/ क्लासिक/ फ़ोर्स 20 ई सी (क्लोरोपाइरीफास) को 100 लीटर पानी में प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें। ऊपर बताई गई कीड़ेमार दवाइयां दोबारा भी प्रयोग की जा सकती हैं यदि हमला ऊपर बताए नुकसान तक पहुंचता है। बासमती में उपरोक्त दवाइयों के अलावा 60 मिलीलीटर कोराजन 18.5 ताकत या 4 किलोग्राम फरटेरा 0.4 जी आर (क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल) या 10 किलोग्राम पदान/ कैल्डान/ करीटाप/ सनवैक्स/निदान /मार्कटैप/ मिफटैप/ कात्सू 4 जी (कार्टाप हाइड्रोक्लोराइड) या 6 किलोग्राम रीजेंट/ मोरटैल/ मिफप्रो जी/ महावीर जी आर/ शिंज़न 0.3 जी (फिप्रोनिल) या 4 किलोग्राम डरसबान 10 जी प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करने से तने के गड़ुएँ की रोकथाम के साथ पत्ता लपेट सुंडी की रोकथाम हो जाती है।
पत्ता लपेट सुंडी: इसकी सुंडियां पत्तों को लपेट लेती हैं और अंदर-अंदर से हरा मादा खाती हैं, पत्तों के ऊपर सफेद रंग की धारियां रह जाती हैं। इस कीट की रोकथाम के लिए 20 मिलीलीटर फेम 480 एस सी या 170 ग्राम मोर्टर 75 एस जी या एक लीटर कोरोबान/ डर्मट/ फ़ोर्स 20 ई सी को लीटर पानी में प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करें।
पौधों के टिड्डे: इन टिड्डों की रोकथाम के लिए फसल पर 120 ग्राम चैस 20 डब्ल्यू जी (पाईमैट्रोज़िन) या 40 मिलिटर कॉन्फीडोर या क्रोकोडाइल 17.8 एस एल (इमिडाक्लोप्रिड) या 800 मिलीलीटर एकालक्स/ कुइनगार्ड/ कुइनमास 25 ई सी (क्विनलफॉस) को 100 लीटर पानी में डालकर छिड़काव करें। छिड़काव नीचे की तरफ पौधों के तनों पर करें।
नोट: बासमती धान में यदि 2% गोभ सूखी दिखाई दें तो ही कीड़ेमार ज़हरों का प्रयोग करना चाहिए।