द्वारा प्रकाशित किया गया था GKMS,BIHAR AGRICULTURAL UNIVERSITY
पंजाब
2020-10-08 11:02:13
IMD Bihar Advisory for vegetables crops
चावल- धान की फसल में जिंक की कमी देखी जाती जाती है तो खैरा रोग के नियंत्रण के लिए जिंक सल्फेट @ 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। किसानों को अपने खेतों की नियंत रूप से निगरानी करने की सलाह दी जाती है, यदि धान के खेत में लीफ फोल्डर या स्टेम बोरर देखा जाता है तो प्रभावी नियंत्रण के लिए आकाश के स्पष्ट होने पर कार्टैप हाइड्रोक्लोराइड 4 प्रतिशत दानों @ 25 किलोग्राम हेक्टेयर का छिड़काव करें।
मक्का- यदि बारिश के मौसम में मक्का के खेत में पौधों को काटने का कीट का हमला होता है तो कीटनाशक क्लोरपाइरीफोस @ 2 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी या फराडान के 4 से 5 दाने मक्का के पौधें में छिड़काव करने की सलाह दी जाती है।
मूली- मूली की जल्दी बुबाई करने की सलाह दी जाती है। उत्तर बिहार क्षेत्र में बुबाई के लिए पूसा चेतकी, पूसा देसी, जौनपुरी, पूसी हसनी, जैपनी तिजोरी, पूसा रशिम, पंजाब सफेद और अरका निशांत किस्मों की सलाह दी जाती है। रोपण दूरी 25X10 सेंटीमीटर पर बनाए रखी जानी चाहिए। बीज दर @ 4 से 5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर लगाने की सलाह दी गयी है।