द्वारा प्रकाशित किया गया था Maharana Pratap University of Agriculture & Technology, Udaipur
पंजाब
2021-08-12 12:33:54
Farmers doing Maize, Soybean and Blackgram farming should look into this
मक्का- जहाँ मक्का की फसल घुटने की ऊंचाई की अवस्था में है तथा पर्याप्त नमि हो वहां 50 किलो यूरिया प्रति हेक्टेयर की दर से पौधों की जड़ों में डाल दें।
सोयाबीन- वातावरण में नमी व तापमान की अधिकता के कारण रस चूसक कीटों का प्रकोप बढ़ने की संभावना अधिक होती है। सोयाबीन की फसल में पीतशीरा मोजेक रोग में पत्तियों का रंग चितकबरा पीला दिखाई देते ही रोगग्रस्त पौधों को उखाड़कर नष्ट करें व dimethoate 30 EC @ 2.0 मिलीलीटर प्रति लीटर या acetamiprid 20 SP 0.3 ग्राम प्रति लीटर की दर से आसमान साफ़ होने पर ही छिड़काव करें।
उड़द- उड़द की फसल में पीतशीरा मोजेक रोग में पत्तियों का रंग चितकबरा पीला दिखाई देते ही रोगग्रस्त पौधों को उखाड़कर नष्ट करें व dimethoate 30 EC @ 2.0 मिलीलीटर प्रति लीटर या acetamiprid 20 SP 0.3 ग्राम प्रति लीटर की दर से आसमान साफ़ होने पर ही छिड़काव करें।