द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-07-23 11:56:40
All the farmers are advised to keep regular checks at plants in the orchards
बागवानी- अधिक बरसात होने पर पौधों के आस पास पानी खड़ा न होने दें, पौधे के दौर ऊँचे रखें और यदि हो सके तो अधिक पानी को बाग़ से निकाल दें। पौधे के तने को बरसाती मौसम में बीमारियों से बचाने के लिए नीला थोथा युक्त सफैदी के मिश्रण का लेप करें।
बरसात के मौसम में छोटे पौधे को सीधा रखने के लिए डंडे का सहारा दें और जड़ से निकलता फुटाव लगातार तोड़ते रहें।
छोटे बाग़ में खाली जमीन और अंतर फसलें जैसे कि मूंग, मांह, तिल, ग्वार आदि की खेती की जा सकती है पर फलदार पौधे और अंतर् फसलों में उचित दूरी और दोनों का सिंचाई प्रबंध अलग होना चाहिए।
यह नए सदाबहार किस्मों के फलदार पौधों की रोपाई का अनुकूल समय है और इन्हे लगाने के काम अच्छे से करें।