द्वारा प्रकाशित किया गया था Govind Ballabh Pant University of Agriculture & Technology, Udham Singh Nagar, Uttarakhand
पंजाब
2021-08-11 13:56:23
Advisory for farmers cultivating Rice, Maize, Sugarcane and Soybean crops
धान- धान के खेत में सतह में पानी होने के 2 से 3 के अंदर, खेत में दरार पड़ने से पहले 5 से 7 सेंटीमीटर सिंचाई करना चाहिए। सिंचाई मौसम पुर्वनुमान को ध्यान में रखकर करें। धान में पीला तना बेधक का प्रकोप होने पर, रोपाई के 50 दिन के अंदर खेत में 2 इंच पानी रखकर, Chlorantraniliprole 0.4 G का 10 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर या Fipronil 0.3 GR का 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करें।
मक्का- मक्का में बुवाई के 20 से 25 दिन पर दो निराई-गुड़ाई करें।
गन्ना- जमीन से डेढ़ से 2 फ़ीट की ऊंचाई पर हर एक कतार के 5 से 6 गन्नों को एक साथ सूखी पत्तियों से बंधाई करें। इससे अधिक वर्षा व तेज़ हवाओं के कारण गन्ना गिरता नहीं है, यदि लम्बे अंतराल तक वर्धा न हो तो खेत में नमी बनाये रखने हेतु हल्की सिंचाई करें।
सोयाबीन- सोयाबीन में बुवाई से 20 से 25 दिन के अंतराल पर दो निराई करें।