द्वारा प्रकाशित किया गया था ICAR- Indian Agriculture Research Institute, PUSA, New Delhi
पंजाब
2021-07-20 12:32:25
Advice of experts related to sowing of Millet and Sorghum
बाजरा- मौसम को ध्यान में रखते हुए किसान भाईयों को सलाह है कि बाजरे (किस्में-संकर बाजरा पूसा-605, संकर बाजरा पूसा-415, संकुल बाजरा पूसा-383, एच.एस.वी-67) की बुवाई शीघ्र शुरू करें। बीज को उपचारित करना आवश्यक है विशेष रूप से अरगट रोग के रोकथाम के लिए 10 % नमक के घोल में बीजों को भिगो दें तथा ऊपर आए हुए खराब व हल्के बीजों को निकालकर फेंक दें इसके उपरांत बीजों को थीरम या बावस्टिन दवाई 2.0 ग्राम/किलोग्राम की दर से उपचारित करे ताकि बीज जनित रोग खत्म हो जाएं।
ज्वार- यह समय चारे के लिए ज्वार की बुवाई के लिए उप्युक्त हैं अतः किसान पूसा चरी-9, पूसा चरी-6 या अन्य संकर किस्मों की बुवाई मृदा में पर्याप्त नमी को ध्यान में रखते हूये कर सकते है। बीज की मात्रा 40 किलोग्राम/हेक्टेयर रखें। लोबिया की बुवाई का भी यह उप्युक्त समय है।