मशरुम की खेती: बटन मशरुम लगाने वाले कमरे या शैड में बिजाई से एक सप्ताह पहले कीटाणु रहित करने के लिए 4 से 5ml फार्मलीन के घोल प्रति लीटर पानी के हिसाब से स्प्रे करें। तैयार की कम्पोस्ट में मशरुम की बिजाई दूसरे सप्ताह के दौरान करके और शैल्फ पर लकड़ी की पेटी में की बिजाई को अख़बार से ढक दें और रोज़ाना इस पर पानी का छिड़काव करें। यदि बिजाई प्लास्टिक के लिफाफे में की है तो पानी की स्प्रे की ज़रुरत नहीं है। बीज के रेशे फैलने तक कमरा बंद ही रखें और बाद में तापमान के अनुसार ताज़ी हवा देने के लिए कुछ समय के लिए दरवाजे या खिड़कियों को खोलें। बिजाई के दो सप्ताह के बाद केसिंग करने के लिए प्रयोग करने वाली खाद की तैयारी भी शुरू कर दें और उसे भी 4-5ml फार्मलीन का घोल प्रति लीटर पानी के हिसाब से स्प्रे करके कीटाणु रहित करें। गर्मी ऋतु की मशरुम के लिए ताज़ी पराली इकट्ठी करके डेढ़ एकड़ के छोटे-छोटे भागों में बांधकर किसी शैड के नीचे रख दें। मशरुम की किस्म ढींगरी की बिजाई इस महीने में की जा सकती है, इसका बीज और अधिक जानकारी लेने के लिए अपने इलाके बागवानी विकास अफसर के साथ या पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के माहिर के साथ संपर्क करें ।