स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग रहता है। उत्पादक जीवन जीने के लिए स्वस्थ रहना बहुत महत्वपूर्ण है। पौष्टिक भोजन और नियमित कसरत स्वस्थ रहने के लिए दो महत्वपूर्ण नुक्ते हैं और घरेलू बगीची इन दोनों उद्देश्यों को पूरा करता है। PAU के पसार शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के तहत गोद लिए गए गाँव पब्बीयां में घरेलू बगीची को बढ़ावा देने के लिए एक ट्रैनिंग प्रोग्राम चलाया गया।
ताजे और फल प्राप्त करने के लिए घरेलू बगीची में काम करना किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। Covid-19 महामारी को देखते हुए सामाजिक दूरी और अन्य जरूरी सावधानी प्रयोग में लानी पढ़ रही है। इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य घरेलू स्तर पर बागवानी के लाभों के बारे में परिवार के स्तर पर जागरूकता पैदा करना था।
इस अवसर पर सीनियर पसार माहिर डॉ धर्मिंदर सिंह ने किसानों से अपील की कि घरेलू बगीची को अपनाकर न केवल ताजी सब्जियां प्राप्त की जा सकती हैं, बल्कि परिवार का खर्च भी कम किया जा सकता है। उन्होंने किसानों से अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को घरेलू बगीची के लिए प्रेरित करने के लिए भी कहा है।
किसानों से बात करते हुए पसार वैज्ञानिक डॉ लखविंदर कौर ने ताज़े खाद पदार्थों की पौषिक महत्ता और यूनिवर्सिटी द्वारा दी जा रही डाइट काउंसलिंग सेल के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर किसानों को PAU द्वारा विकसित सब्जी बीज किट भी प्रदान किए गए। सर्द मौसम की सब्जी बीज विभिन्न जिलों में स्थित किट यूनिवर्सिटी और कृषि विज्ञान केंद्रों से प्राप्त किए जा सकते हैं।