धान- मौसम को ध्यान में रखते हुए किसानों को सलाह है कि धान कटाई के लिए तैयार है। गहाई कर ठीक से सूखाकर और उचित अनाज नमी पर स्टोर करें।
मक्का- मक्का के दानों को सूखाकर और उचित अनाज नमी पर स्टोर करें।
तोरिया- तोरिया में निरही गुड़ाई करने की सलाह दी जाती है और खेती को खरप्तवार रहित रखें।
रबी फसलें-
अगेती रबी फसलों की तैयारी के लिए खेत की जुताई के तुरंत बाद पाटा अवश्य लगाएं ताकि मिट्टी से नमी का ह्रास न हो रबी की फसलों की बुबाई से पहले खेत में सड़े गोबर की खाद का उपयोग करें क्योंकि यह मुद्रा के भौतिक तथा जैविक गुणों को सुधारती है तथा मुद्रा की जल धारण छमता भी बढ़ती है।
सरसों की अगेती बुबाई के लिए बीज कि व्वस्था करें तथा खेतों को तैयार करें। बुबाई से पूर्व मुद्रा में उचित नमी का ध्यान अवश्य रखें गेहूं की अगेती बुआई अक्टूबर के दूसरे पखवारे में कर सकते है सही किस्मों का चयन करें और एक हेक्टेयर के लिए 100 किलो बीज का प्रबंध करें।
निचले छेत्रों में किसान चने की बुबाई इस सप्ताह कर सकते है। बुबाई से पूर्व मुद्रा में उचित नमी का ध्यान अवश्य रखें।