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द्वारा प्रकाशित किया गया था Apnikheti
2018-03-03 06:59:07

प्रसव काल में कैसे करें पशुओं की देखभाल: भाग -2

पिछले भाग में हमने आपको बताया था कि प्रसव से पहले पशुओं की देखभाल कैसे की जा सकती है ।

आज हम आपसे शेयर करेंगे कि प्रसव काल के समय कौन सी सावधानियां बरती जाएं:

• प्रसूति से एक या दो सप्ताह पूर्व पशु को दूसरे पशुओं से दूर रखें। पशुशाला का फर्श साफ हो व उस पर साफ मिट्टी, गेहूं या चावल का भूसा बिछा दें।

• प्रसव के समय पशु के समीप ज्यादा आदमियों को इकट्ठा ना होने दें व पशु को भी ना छेड़ें।

• ब्याते समय अगर पशु खड़ा है तो यह ध्यान रखें कि बच्चा जमीन पर जोर से ना गिरे। बच्चा जब योनि से बाहर आने लगे तो हाथों द्वारा बाहर निकालने में सहायता करें।

• प्रसव के समय यदि पशु को कुछ तकलीफ होने लगे, बच्चा बाहर ना आए या बच्चे का कुछ भाग बाहर आ जाए और पूरा बच्चा बाहर न निकले तो तुरंत ही डॉक्टर की सहायता लें अन्यथा पशु व बच्चा दोनों की ही मृत्यु हो सकती है।

• बच्चा पैदा होने के बाद उसके पास की गंदगी को तुरंत हटा दें अन्यथा पशु जेर आदि को खा जाता है जो हानिकारक है।

आज आपने जाना कि प्रसव के समय पशु की देखभाल कैसे की जाती है। अगले भाग में हम आपको बताएंगे कि प्रसव के पश्चात् कौन सी सावधानियां बरती जायें।