अधिक दूध उत्पादन के लिए आवश्यक है कि पशुओं का स्वास्थ्य अच्छा रहे और उनके ब्याने के समय में उनको किसी प्रकार की तकलीफ न हो। यदि पशु के बच्चा देने से पहले और बच्चा देने के बाद देखभाल में थोड़ी सी भी कमी या लापरवाही हो जाती है तो उसका बच्चे व दूध की पैदावार पर बुरा असर पड़ता है। आज हम
आपको बताने जा रहे हैं कि प्रसव से पहले पशुओं की देखभाल कैसे की जाये :
•इन दिनों भोजन ऐसा दें जो हल्का व जल्दी पचने वाला हो। भोजन की मात्रा को एकदम से ना बढ़ाएं। प्रसूति से लगभग दो महीने पहले से ही उसको संतुलित आहार देना शुरू कर दें जिससे कि माता व बच्चे दोनों को उचित मात्रा में प्रोटीन व विटामिन प्राप्त होते रहें।
•पशु के रहने की जगह ऐसी होनी चाहिए जहां ताजी हवा हर समय मिलती रहे। पशु घर में सफाई व रोशनी की पूरी व्यवस्था हो।
•गाय या भैंस को ज्यादा तेज ना चलने दें और ना ही दौड़ाएं। शरीर पर भारी चोट लगने पर तुरंत ही पास के अस्पताल में दिखाएं।
इस भाग में आपने जाना कि प्रसव काल से पहले पशुओं की देखभाल कैसे की जा सकती है। हम अगले भाग में बताएंगे कि प्रसव काल के समय कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।