1.सुपर फास्फेट की असली पहचान है इसके सख्त दाने तथा इसका भूरा काला बादामी रंग।
2.इसके कुछ दानों को गर्म करें यदि ये नहीं फूलते है तो समझ लें यही असली सुपर फास्फेट है ध्यान रखें कि गर्म करने पर डी.ए.पी. व अन्य काम्प्लेक्स के दाने फूल जाते है जबकि सुपर फास्फेट के नहीं इस प्रकार इसकी मिलावट की पहचान आसानी से की जा सकती है।
3.सुपर फास्फेट नाखूनों से आसानी से न टूटने वाला उर्वरक है। किसान भाइयों ध्यान रखें इस दानेदार उर्वरक में ज्यादातर डी.ए.पी. व एन.पी.के. मिक्स्चर उर्वरकों की मिलावट सम्भावना बनी रहती है।