क्या आप कटड़े/बछड़े के जन्म के बाद इन ज़रूरी बातों का ध्यान रखते हैं?
क्या आप कटड़े/बछड़े के जन्म के बाद इन ज़रूरी बातों का ध्यान रखते हैं?
वास्तव में सफल डेयरी का काम कटड़ों/बछड़ों से ही शुरू होता है। पहले छ: महीनों तक बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। विशेष तौर पर नवजात बच्चे के पहले 15—20 दिन अधिक खतरे वाले होते हैं क्योंकि 20—30 प्रतिशत बच्चे इस समय में ज्यादा बीमार होते हैं। जन्म के समय बच्चे का भार मां के भार के तकरीबन 10 प्रतिशत होता है। एक सेहतमंद बच्चा 500 ग्राम तक शारीरिक वृद्धि करता है।
1.जन्म के समय देखें कि कटड़े/बछड़े के नाड़ू से खून तो नहीं निकल रहा, यदि खून आ रहा है तो उसे नाभि के पास धागे से बांध देना चाहिए और जन्म के तुरंत बाद बच्चे के मुंह और नासिका के पास लगे मटयांडी के पानी को साफ कर देना चाहिए, जिससे बच्चा आराम से सांस ले सके।
2.ब्याने के तुरंत बाद कटड़े/बछड़े को उल्टा लटका दें इससे उसके मुंह में भरा पानी निकल जायेगा और ब्याने के तुरंत बाद कटड़े/बछड़े को उसकी मां से चटाना चाहिए। यदि मां अपने बच्चे को ब्याने के बाद ना चाटे तो बच्चे पर बारीक गुड़/शक्कर/चोकर छिड़क दें ताकि इन्हें खाने के लालच में मां बच्चे को चाट सके।
3.जन्म के 2 घंटों में बच्चे को खीस पिलानी चाहिए पर ध्यान रखें कि खीस उसे शरीर के भार के दसवें हिस्से तक पिलायें। यदि एक कटड़े का जन्म के समय भार 27 किलो है, तो उसकी एक दिन की खुराक 2 किलो 700 ग्राम है।सर्दियों में 2 बार और गर्मियों में 3 बार बाउली, पहले 3—4 दिन तक दें।
4.यदि किसी कटड़े या बछड़े की मां, ब्याने के बाद मर जाये तो किसी और गाय के दूध में 5 मि.ली. अरिंडी का तेल, 5 मि.ली. मछली का तेल और एक अंडा घोल कर दें।
5.कटड़े/बछड़े को जन्म के बाद तुरंत दूध पीने लगा देना चाहिए, जेर पड़ने की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए क्योंकि बच्चे के दूध पीने से ही मां के दिमाग से एक हार्मोन गिरता है, जिससे बच्चेदानी में हरकत होती है और जेर जल्दी पड़ जाती है
6.उबाली हुई कैंची द्वारा शरीर से 5—10 सैं.मी. दूरी पर बच्चे का नाड़ुआ काट देना चाहिए और ऊपर टिंकचर आयोडीन नाम की दवाई तक तक लगाएं जब तक नाड़ुआ सूख ना जाये।
7.यदि कोई बच्चा जन्म के 3—4 घंटों तक खड़ा ना हो तो उसे सहारा देकर खड़ा कर दें। यदि ज़रूरी लगे तो मां के दूध की एक धार बच्चे के मुंह पर मार दें।
8.जन्म के 6 महीनों में ब्रूसीलोसिस और मुंह खुर का टीकाकरण जरूर करवायें।