सेब- बागों में सेब, नाशपती, आडू, प्लम इत्यादि फल वृक्षों की गिरी पत्तियों को इकठ्ठा करके गड्ढे में डालें तथा बीमार एवं रोगग्रसित पत्तियों को जलाकर नष्ट कर दें।
आलू- घाटी क्षेत्रों में, आलू की फसल में मिट्टी चढ़ाने का कार्य करें।
भैंस- पशुओं को हरा चारा में सूखा चारा अवश्य मिलाकर दें। अन्यथा आफरा हो सकती है व पनीले दस्त हो सकते है, जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो सकती है।