विशेषज्ञ सलाहकार विवरण

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द्वारा प्रकाशित किया गया था ICAR- Indian Agricultural Research Institute, New Delhi
पंजाब
2021-01-15 11:57:02

आने वाले दिनों के लिए गेहूं, सरसों, चना और गेंदे से संबंधित परामर्श

कोरोना (कोविड़-19) के गंभीर फैलाव को देखते हुए किसानों को सलाह है कि तैयार सब्जियों की तुड़ाई तथा अन्य कृषि कार्यों के दौरान भारत सरकार द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों, व्यक्तिगत स्वच्छता, मास्क का उपयोग, साबुन से उचित अंतराल पर हाथ धोना तथा एक दूसरे से सामाजिक दूरी बनाए रखने पर विशेष ध्यान दें। बीते दिन की वर्षा को देखते हूए किसानों को सलाह है कि वे सभी फसलों व सब्जियों में सिंचाई न करें, क्योंकि फसलों में अभी प्रयाप्त नमी है।आने वाले दिनों मे तापमान में कमी की संभावना को ध्यान मे रखते हुए किसानो को सलाह है की सब्जी-पौधशालाको ढककर रखें ताकि संभावित पाले से पौधशाला का बचाव हो सके।

गेहूं- गेहूं की फसल में यदि दीमक का प्रकोप दिखाई दे, तो बचाव हेतु किसान क्लोरपायरीफॉस 20 ई सी 2.0 ली. प्रति एकड़ 20 किलोग्राम बालू में मिलाकर खेत में शाम को छिड़क दे।

सरसों- मौसम को ध्यान में रखते हुए किसानों को सलाह है कि सरसों की फसल में चेंपा कीट की निरंतर निगरानी करते रहें। प्रारंभिक अवस्था में प्रभावित भाग को काट कर नष्ट कर दे।

चना- चने की फसल में फली छेदक कीट की निगरानी हेतु फेरोमोन प्रपंच @ 3-4 प्रपंश प्रति एकड़ खेतों में लगाएं जहां पौधों में 10-15% फूल खिल गये हों। “T” अक्षर आकार के पक्षी बसेरा खेत के विभिन्न जगहों पर लगाए।

गेंदा- गेंदे की फसल में पूष्प सड़न रोग के आक्रमण की निगरानी करते रहें। यदि लक्षण दिखाई दें तो बाविस्टिन 1 ग्राम/लीटर अथवा इन्डोफिल-एम 45 @ 2 मिली./लीटर पानी में मिलाकर छिडकाव आसमान साफ होने पर करें।