द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2020-02-29 15:19:19
To protecting animals from diseases and information about their supplements
पशुओं को मुँह खुर की बीमारी के लिए बचाव के टीके लगवाएं और 6 महीने के बाद फिर टीका लगवाएं। मल्ल्प रहित करने के लिए कटडूयों-बछड़ुयों को समय पर दवाई पिलानी चाहिए। पशुओं को आस करवाने के तीन महीने के बाद गर्भ के लिए जांच करवाएं। डेयरी पशुओं को चारे, अंकुरण हुए, मिट्टी लगे या गले-सड़े आलू ना डालें। यह पशुओं के लिए घातक हो सकते हैं। ज़रूरत से ज़्यादा बरसीम का चारा बना लेना चाहिए।