द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2022-04-29 11:58:26
To prevent the fruits from diseases in summer, use these methods
गर्मी बढ़ने से फलों का केरा बढ़ सकता है। आड़ू और अलुचे के बाग़ में लगातार नमी बनाई रखें। आम, लीची और नींबू जाति के फलों को लगातार हल्की सिंचाई करते रहें।
नींबू जाति के फलों के केरे की रोकथाम के लिए Gibberellic acid @ 1.0 ग्राम प्रति 100 लीटर पानी का छिड़काव करें, Gibberellic acid को 10 से 20ml ऐल्कोहॉल में घोल लें।
नींबू जाति के पौधे पर ज़िंक सल्फेट 4.7gm और मैंगनीज सल्फेट 3.3gm प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव किया जा सकता है।
नए लगाए पौधे की जड़ वाले भाग पर आये फुटाव को लगातार तोड़ते रहें।
आम के केरे की रोकथाम के लिए 2.0 ग्राम 2, 4D सोडियम साल्ट 100 लीटर पानी में घोल कर स्प्रे करने से पकने से पहले फलों के झड़ने को रोका जा सकता है। 2,4-D को 15-20ml स्परिट या ऐल्कोहॉल में घोल लें और फिर धीरे-धीरे उसका 100 लीटर पानी में घोल बनाएं। यदि आम के बाग़ में अंतर फसल के तौर पर सब्जियों या चौड़े पत्ते वाली सब्जियां बोई गई है तो इसका छिड़काव न करें।
नाशपाती के बागों में पौधे के नीचे 10cm मोटी धान की पराली बिछाने से जमीन में नमी बरकरार रहने के साथ-साथ नदीन भी नियंत्रित रहते हैं।
नींबू जाति के पौधे पर चेपे की रोकथाम के लिए 200ml क्रोकोडाइल/कानफीडोर 17.8 ताकत या 160gm एकटारा/दोतारा 25 ताकत या 6.25 लीटर MAK HMO को 500 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें। MAK HMO के छिड़काव के समय बाग़ में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए।