द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2022-07-27 14:58:49
Sowing of leguminous and non-leguminous fodder crop
हरा चारा: फलीदार और गैर फलीदार चारा मिलाकर बुवाई करें। इस तरह करने से पौष्टिकता बढ़ती है। मक्की+ग्वार/रवां मिलाकर बोयें। बहुत कटाई वाली फसल में पानी खड़ा न रहने दें और 30 किलोग्राम नाइट्रोजन (66 किलोग्राम यूरिया) प्रति एकड़ कटाई के बाद डालें। मक्की में इटसिट को रोकने के लिए उगने से पहले एट्राटाफ 800 ग्राम, 400 ग्राम और 200 ग्राम का प्रति एकड़ के हिसाब से क्रमवार 15 अगस्त से पहले छिड़काव करें क्योंकि इसके बाद बोई जाने वाली फसल पर एट्राटाफ का बुरा असर होता है। चारे वाली मक्की की जब दूध वाली अवस्था हो, बाजरा जब झंडे की अवस्था पर हो, नेपियर बाजरा और गिन्नी घास एक मीटर ऊँचे हों और चरी जब फूल की अवस्था पर हो कटाई कर लें। इस तरह चारा डालने से दूध उत्पादन में विकास होगा, अधिक चारे का आचार बनाकर आगे के लिए रख लें।