द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2020-05-09 10:30:51
PAU's expert's advice for sowing of cotton crop
इस महीने के पहले पखवाड़े में बिजाई हर हालात में खत्म कर लें । नरमा नींबू जाति के बागों के नजदीक ना बोयें। नजदीक भिंडी, मूंगी, ढेंचा, अरिंड, अरहर आदि की फसल भी न लगाएं। खेत साफ़ रखें। कंघी बूटी और पीली बूटी को मेंढ़ से खत्म कर दें क्योंकि पत्ता मरोड़ वायरस नरमे पर हमला करने से पहले यहीं पलता है । सफेद मक्खी के फैलाव को रोकने के लिए बिजाई से पहले खाली जगह, सड़क की किनारे, ख़ालियों की मेंढ़ और बेकार पड़ी ज़मीन में से सफेद मक्खी के बदलते नदीन जैसे कि कंघी बूटी, पीली बूटी, पुठ कंडा, धतूरा भांग आदि को खत्म कर दें। नरमे के इलावा सफेद मक्खी का हमला ओर फसलें जैसे कि बेंगन, आलू, टमाटर, मिर्च, मूंगी आदि पर देखा जाता है । इसलिए इन फसलों का लगातार सर्वेक्षण करें और जरुरत अनुसार इसकी रोकथाम करें। इस महीने नरमे की फसल पर भी सफेद मक्खी का लगातार सर्वेक्ष करते रहें । जहां कहीं इटसिट नदीन पहली सिंचाई या बरसात के बाद उगते हैं तो स्टॉप 30 ताकत एक लीटर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें । छिड़काव एकसार होना चाहिए और दवाई 200 लीटर पानी में घोलनी चाहिए। स्टॉप नदीनाशक उगे हुए नदीनों को नहीं मारती इसके लिए उगे हुए इटसिट के पौधे नदीनाशक का छिड़काव करने से पहले खेत में से निकाल दें । नरमा/कपास की बिजाई के 45 दिन बाद नदीनों के खत्म करने के लिए एक गुड़ाई जरूर करें।