द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2020-05-13 10:31:12
PAU experts' tips for the cultivation of sugarcane crop
नए गन्ने या पहले के गन्ने की फसल में नदीनों की रोकथाम करें। गन्ने की फसल को 8-10 दिनों के अंतराल पर पानी देते रहे। पहली फसल को 65 किलो यूरिया प्रति एकड़ के हिसाब से डालें। नमी के लिए कमाद की लाइनों में धान की पराली, गेहूं या धान के अवशेष मिला दें। यह नदीनों की रोकथाम भी करेंगे। काले खटमल की रोकथाम के लिए 350 ml डरसबान/लीथल/मासबान/गोल्डबान 20 ताकत को 400 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ पर छिड़काव करें। छिड़काव का दिशा पत्तियों की गोभ की तरफ रखें। कमाद की जूं की रोकथाम के लिए फसल के पास बरु के पौधे हो तो जड़ से निकाल कर खत्म कर दें क्योंकि इन पर भी कीड़ा हो सकता है। अगेती फोट के गड़ुएँ की रोकथाम के लिए बिजाई से लगभग 45 दिनों के बाद 10 किलो रीजेंट/मोर्टेल/रिपन 0.3 जी को 20 किलो मिट्टी में मिलाकर प्रयोग करें या 150 ml कोराजेन 18.5 एस सी (क्लोराएन्ट्रानिलीप्रोल) 2 लीटर डर्मट/क्लासिक/डरसबान/मार्क पाइरीफास 20 ई सी को 400 लीटर पानी में घोल कर फुवारे के साथ डालें। हल्की मिट्टी चढ़ा कर हल्का पानी लगा दें। रेतली ज़मीनों में बिजाई किये कमाद में से लोहे की कमी आ जाती है। जिसके साथ नए पत्ते नाड़ियों में से पीले पड़ जाते हैं। अधिक कमी में नाड़ियाँ भी पीली पड़ जाती है और फसल में वृद्धि रुक जाती है। कमी पूरी करने के लिए एक प्रतिशत फेरस सल्फेट (एक किलो फेरस सल्फेट 100 लीटर पानी ) के घोल के हफ्ते हफ्ते के अंतराल पर 2-3 छिड़काव करें ।