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द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2020-04-10 12:54:11

PAU experts' suggestions for honey bees

इस महीने शहद की मक्खियों के कटुम्बों की बलत लगभग पूरी होती है और इसलिए स्वार्म की संभावना बहुत है । तो स्वार्म को रोकने के लिए उपराले किये जाने चाहिए। बढ़ रहे ब्रूड और नैक्टर की आमद को देखते हुए कटुम्बों को जरूरत अनुसार बने हुए कटुम्ब/मोमी शीटें वाली फ़्रेमें और सुपर चैंबर दें। कटुम्बों को बढ़ाने के लिए अभी यह समय अनुकूल है, क्योंकि ड्रोन ब्रूड आमतौर पर अभी भी काफी पल रहा है। कटुम्बों को वृद्धि उन्हें बांटकर या किसी रवे के कटुम्बों को व्यावसायिक स्तर पर इकट्ठे ही ज़्यादा रानी मक्खियां तैयार करके किया जा सकता है। यह समय पुरानी रानियों को तब्दील करने के लिए अनुकूल है और इसके लिए ज़रूरी रानी मक्खियां व्यावसायिक स्तर पर इकट्ठे ही रानी शहद मक्खियों को तैयार करने वाले ढंग को अपनाकर तैयार की जा सकती हैं। ब्रूड को बाहरी परजीवी कीट (ट्रोपलीलैप्स क्लैरी) के हमले से बचाने के लिए गंधक का पाउडर कटुम्बों के ऊपर के डंडों के ऊपर एक ग्राम प्रति कटुम्ब के हिसाब से पाउडर डालें। उचित बदलाव के तौरपर फार्मिक एसिड (85%) का धुआँ 5 मिलीलीटर रोज़ाना के हिसाब से लगातार 2 सप्ताह प्रयोग करें। फार्मिक एसिड वरोआ चिचड़ी की रोकथाम के लिए फायदेमंद है, पर इसे नैक्टर की आमद समय नहीं प्रयोग करना। वरोआ चिचड़ी का हमला होने की स्तिथि में फार्मिक एसिड के अलावा सील ड्रोन ब्रूड वाले कटुम्ब के हिस्सों को काटकर नष्ट करना, चिचड़ी को ड्रोन ब्रूड वाले कटुम्बों पर ट्रैप करके इनको नष्ट करना, पीसी हुई चीनी का पाउडर कटुम्बों के बीच डालें, बॉटम बोर्ड ऊपर चिपकने वाला कागज़ (स्टिकर) रखना, आदि गैर रसायनिक ढंग से इस चिचड़ी की रोकथाम के लिए सहायक होते हैं। कटुम्बों में उचित फासला रखकर और शहद केवल सुपर चैंबरों में से निकालकर, जो कि रानी नखेडू जाली द्वारा ब्रूड चेंबर से अलग किये हो, शहद मक्खी फार्म में इस चिचड़ी के फैलाव को रोका जा सकता है। ब्रूड बिमारियों के बारे में सुचेत रहें और इनके होने की स्तिथि में माहिर का सुझाव लें और ज़रूरी उपराले करें। गैर रसायनिक तरीकों को तरजीह दें। एंटीबायोटिक के प्रयोग से परहेज करें। यदि फार्म के नज़दीक सफेदे की खेती काफी है और कटुम्बों में पके हुए अधिक शहद वाले हैं तो उनमें से शहद निकाल लें। शहद निकालने के दौरान वह सभी चीजों का प्रयोग करें जिसमें शहद मक्खी फार्म को रोबिंग की समस्या से बचाकर रखा जा सके। उपरांत व्यापारिक स्तर पर शहद मक्खी पालक अपने शहद मक्खी फार्मों की सूरजमुखी की खेती वाले इलाकों में खेती कर सकते हैं। आगे आ रही गर्मी की ऋतु को देखते हुए कटुम्बों को छाया में रखने के उपराले करें।