द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2020-05-19 11:09:28
PAU experts' advice vegetables crops
सब्जियों की खड़ी फसलों को सप्ताह के बाद पानी दें। सभी सब्जियां जैसे कि हलवा कद्दू, मिर्च, राम तोरी, तरबूज, टिंडे, खरबूजे, बैंगन, लोबिया, भिंडी आदि की तोड़ाई शुरू करें। सब्जियों की तोड़ाई एक दिन छोड़कर शाम के समय करें क्योंकि सुबह के समय इनकी परप्रागण क्रिया खराब हो सकती है। पर घिया कद्दू और राम तोरी की तोड़ाई सुबह कर सकते हैं क्योंकि इनके फूलों के मुँह शाम के समय खुलते हैं। प्याज़ और गाजरों के बीज वाले तैयार फूलों को सप्ताह के अंतराल पर काट दीजिये। इन्हे सुखाकर साफ़ करके नमी रहित सूखी जगह पर स्टोर कर लें। इनकी तोड़ाई 3-4 बार करें क्योंकि यह एक समय पर नहीं पकते। प्याज़ और लहसुन की कटाई करके इन्हें सूखी जगह पर स्टोर करें। लहसुन के ऊपर के हिस्से के साथ ही छोटी-छोटी गाँठ बना लें तब तक प्याज़ की 2-3 सेंटीमीटर ऊपर का हिस्सा रखकर काट दें। मूली की पूसा चेतकी किस्म की बिजाई करें। बैंगन के फल और तने के गडुए की रोकथाम के लिए 80 मिलीलीटर कोराजन 18.5 एस सी या 80 ग्राम प्रोक्लेम 5 एस जी को 100-125 पानी में मिलाकर प्रति एकड़ फसल पर छिड़काव करें। टमाटर के फल के गडुए की रोकथाम के लिए 30 मिलीलीटर फेम 480 एस एल को 100 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने से भी की जा सकती है। बैंगन की जूं की रोकथाम के लिए 300 मिलीलीटर उमाईट 57 ताकत या 450 मिलीलीटर फासमाईट 50 ताकत या 250 मिलीलीटर मैटासिस्टाक्स 25 ताकत को 100-150 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।