गेहूं: यह समय गेहूं की उन्नत किस्म PBW 550 की बुवाई के लिए उपयुक्त है।
किसान भाईओं को गेहूं की ज्यादा समय लेने वाली किस्में उन्नत PBW 343, PBW 1 जिंक, PBW 725, PBW 677, HD 3086, WH 1105, PBW 621, उन्नत PBW 550 , HD 2967, WHD 943 और PDW 291 की बुबाई को पूरा करने की सिफारिश की जाती है।
गेहूं की हैप्पी सीडर या सुपर सीडर के साथ बिजाई करने की तरजीह दी जाती है।
गेहूं की फसल में कांगियारी की रोकथाम के लिए 40 किलोग्राम बीज को 13 मिलीलीटर Raxil Easy/Orius (400 मिलीलीटर पानी में मिलाकर) या 40 ग्राम Tebuseed या Seedex or Exzole या 120 ग्राम Vitavax power या 80 ग्राम Vitavax से उपचारित करना चाहिए।
दीमक के हमले वाली ज़मीनों में बीज को 1 ग्राम Cruiser 70 WS या 2 मिलीलीटर Neonix 20 FS या 4 मिलीलीटर Dursban/Ruban/Durmet 20 EC प्रति किलो बीज के हिसाब से उपचारित करें।Neonix के साथ उपचारित किए हुए बीजों को कांगियारी भी नहीं लगती।
पर्वतीय क्षेत्रों के किसानों को गेहूं की पीली कुंजी का सामना करने वाली किस्में जैसे कि PBW 725, उन्नत PBW 550, PBW 752 और PBW 660 की बुबाई कर सकते है।
तेल बीज: यह समय गोभी सरसों और अफ्रीकन सरसों की सीधी बुवाई की तुलना में पनीरी के जरिये फसल के लिए अधिक फायदेमंद है। GSL-1 की बुवाई के लिए 60 दिन और अफ्रीकन सरसों के लिए 30 दिन पुरानी पनीरी ही उपयोग में लेकर आएं और गोभी सरसों की दोगली किस्म Hyola PAC 401 की 35 से 40 दिन पुरानी पनीरी का उपयोग करें।
अगेती बोई गई राई की फसल के लिए पहले पानी के साथ 45 किलोग्राम यूरिया पर बारानी क्षेत्रों में 35 किलोग्राम यूरिया और 50 किलोग्राम सिंगल सुपरफॉस्फेट प्रति एकड़ की दर से लगायें।