मक्की- मक्की की फसल को समय पर अच्छी तरह से पानी देते रहें। खासकर जब मक्की के फूल खिल रहे हो तो उस वक़्त पानी की कमी से कम हो जायेगा।
मक्की के गाड़ुएँ की रोकथाम के लिए 30 मिलीलीटर कोराजन 18.5 एस सी को 60 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें। इस सुंडी की रोकथाम परजीवी कीड़े ट्राईकोगामा के ज़रिये भी की जा सकती है।
दानों की फसल पर फाल आर्मीवर्म का हमला दिखाई देने पर 0.4 मिलीलीटर कोराजन 18.5 एस सी या 0.5 मिलीलीटर डेलीगेट 11.7 एस सी या 0.4 ग्राम मिज़ाइल 5 एस सी प्रति लीटर पानी के हिसाब से घोलकर छिड़काव करें। 20 दिनों तक की फसल के लिए 120 लीटर घोल प्रति एकड़ प्रयोग करें।
पत्तों और टांडे के झुलस रोग की रोकथाम के लिए जैसे ही इसकी बीमारियां नज़र आये तो 100 मिलीलीटर एमीस्टार टॉप को 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें। जरूरत पड़ने पर दूसरा छिड़काव 15 दिन के अंतराल से करें।