द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2023-01-23 14:25:40
Mulching and land preparation of fields for growing vegetables
सब्जियां: सब्ज़ियां जैसे कि आलू, गाजर, मूली, शलजम, पालक, धनिया, मेथी, लहसुन, मटर, टमाटर, बैंगन, मिर्च और शिमला मिर्च के खेतों की मल्चिंग की जा सकती है। मल्चिंग के उपयोग से मिट्टी का तापमान कुछ हद तक बरकरार रखा रहता है।
यह समय फूल गोभी की पिछेती मौसम की किस्मों की पनीरी की बुवाई के लिए उपयुक्त है। गाजर, मूली, शलजम, पालक, धनिया, मेथी, लहसुन और मटर की मुख्य समय की किस्में जैसे कि पंजाब-89 और मीठी फली की बिजाई के लिए अनुकूल समय है। यह समय टमाटर, बैंगन, मिर्च और शिमला मिर्च की पनीरी की बिजाई के लिए अनुकूल समय है। प्याज़ की बुवाई के लिए प्रति एकड़ 4-5 किलोग्राम बीज बोयें।
आलू पर तेल के हमले को कम करने के लिए 300ml मेटासिस्टॉक्स 25 ताकत को 100 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।
आलू को पिछेते झुलस रोग से बचाने के लिए 500-700 ग्राम इंडोफिल एम-45/मास एम-45/मार्कजाब/एंट्राकोल/कॉपर या 750-1000 ग्राम कॉपर ऑक्सीक्लोराइड/मार्क कॉपर 250-350 लीटर में घोलकर प्रति एकड़ के हिसाब से साफ मौसम होने पर सप्ताह-सप्ताह के अंतराल पर छिड़काव करें।
आलू की फसल को विषाणु रोग से बचाने के लिए अपने खेतों का सर्वेक्षण करें। यदि विषाणु रोग से प्रभावित पौधे दिखाई दें तो उन्हें आलू सहित उखाड़कर कर दबा दें।