विशेषज्ञ सलाहकार विवरण

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द्वारा प्रकाशित किया गया था IMD, Shimla
पंजाब
2020-06-29 16:23:24

IMD, Shimla's Advisory for Farmers

गर्मी/खरीफ की फसलें:-

  • धान के भुरड़ रोग के लिए धान की पनीरी की जांच करें। धान की रोपाई की तैयारी और जांच करें।
  • धान की नर्सरी में यदि पौधे पीले रंग के दिखाई दें तो ये आयरन तत्व की कमी हो सकती है।
  • यदि पौधे के ऊपरी पत्ते पीले और निचले पत्ते हरे हो, तो यह आयरन की कमी दिखाती है।
  • इसके लिए, सिफारिश किए रसायन 0.5 प्रतिशत को 0.25 प्रतिशत चूने में मिलाकर स्प्रे करें, जब आसमान साफ हो।
  • मक्की (25—30 किलो प्रति हेक्टेयर) की बिजाई पूरी करें।
  • रौंगी, सोयाबीन और उड़द को यहां मक्की के साथ बोया जा सकता है और खरपतवार नियंत्रण के लिए सिफारिश किए गए बूटीनाशक का प्रयोग करें।
  • मक्की के खेतों में निकास प्रणाली सुनिश्चित करें।
  • वे स्थान, जहां मक्की की फसल 2 या 3 सप्ताह की हो गई हो, वहां पर गोडाई करें।

चारे वाली फ़सल:

  • चारे वाली फसलें सिंचित क्षेत्रों में लोबिया और सोयाबीन के साथ चारे वाली मक्की बोने की सिफारिश की जाती है।
  • मध्य पहाड़ी क्षेत्रों में बरसीम की एक कटाई ली जा सकती है।