द्वारा प्रकाशित किया गया था State Agro-Meteorological Centre, Jaipur
पंजाब
2020-09-29 12:55:09
IMD Advisory for Jodhpur, Rajsthan farmers
कोरोना (कोविड-19) के गंभीर फैलाव को देखते हुए किसानों को सलाह है कि कृषि कार्यो के दौरान मास्क का उपयोग, साबुन से उचित अंतराल पर हाथ धोना तथा एक दूसरे से सामाजिक दुरी बनाये रखने पर विशेष ध्यान दें।
जहाँ खरीफ की फसलें परिपक्व अवस्था में हो वहाँ फसल की कटाई कर खेत खाली करें व सरक्षित नमी में सरसों व चने की बुबाई हेतु खेतों की तैयारी करें। रबी फसलों की तैयारी के लिए खेत की जुताई करने के तुरंत बाद पाटा अवश्य लगाएं ताकि मिट्टी में नमी बनी रहें।
सरसों- सरसों के तैयार खेतों में अगेती बुबाई करें। सरसों की किस्में: RGN-73, Bio-902, (Pusa Jaikisan), Aashirwad, RH-9304 (Vasundhara), RH-9802 (Swarn Jyoti), RH-8812 (Laxmi), DRMRIJ-31 (Giriraj).
चना- सरक्षित नमी में चने की बुबाई हेतु खेतून तैयारी करें। चने की किस्में: GNG-146, RSG-44, RSG-888, RSG-902, RSG-895, प्रताप राज चना और प्रताप चना 1।
तारामीरा- सरक्षित नमी में तारामीरा की बुबाई शुरू करें। किस्में: T-27, RTSA, Narendratara, RTM-314. बीज दर-5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर। बुबाई से पहले बीज को Mencozeb @ 2.5g or Carbandazim @ 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें।
मक्का- जहाँ मक्का परिपक्व अवस्था में हो वहां फसल की कटाई क्र भुट्टों को धुप में सुखायें।
खरीफ दालें- मूंग व उड़द में फलियों का रंग भूरे से काला होने पर उनकी तुड़ाई शुरू करें अन्यथा फलिया चटक कर बिखरने से उत्पादन में कमी हो सकती है।
कपास- कपास की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए magnesium sulphate 1 प्रतिशत, zinc sulphate 0.5 प्रतिशत का छिड़काव 0.5 प्रतिशत बुझा हुआ चूना मिलाकर फूल आते समय एवं डोडे बनते समय करें।
फूलगोभी- पिछेती फूलगोभी की बुबाई हेतु नर्सरी तैयार करें। उन्नत किस्में- पूसा स्नोबॉल, के-1, हिसार-1 व सलेक्शन-7 बीजदर-375 से 400 ग्राम बीज प्रति हेक्टेयर।