मानसून की शुरुआत पर बबूल, सुबाबूल, आमला और खैर आदि की पनीरी पोलीथीन बैग में लगाएं।
सफ़ेदे और बांस के पौधों की भी रोपाई की जा सकती है।
मशरूम की काश्त:
सफलतापूर्वक काश्त के लिए कमरे का तापमान लगभग 18 से 20°C और नमी 85% रखें।
कमरे का तापमान बनाए रखने के लिए जरूरत पड़ने पर सही वेंटीलेशन, पंखें और कूलर का इस्तेमाल करें और नमी बनाए रखने के लिए पानी के छिड़काव के लिए फोगर का इस्तेमाल करें।
फूलों की खेती:
ग्लेडियोलस के पौधों में मिट्टी चढ़ाने और गुलनार में बडिंग काटने का काम किया जा सकता है।
यह गर्मी के वार्षिक पौधे जैसे ग्लेडियोलस, गोमफ्रीना, चीन ऐस्टर की रोपाई का सही समय है।
इस मौसम में गुलाब के फूलों में चेपे का ख़तरा बढ़ जाता है, इसकी रोकथाम के लिए rogur @1 ml को प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें।
गेंदे के बीज की बिजाई के लिए यह सही समय है। अब बिजाई करके आप अक्तूबर-नवंबर के दौरान फ़सल की तुड़ाई कर सकते हैं।
गुलदाउदी के खेतों में ख़ालियां बनाएं।
कम पहाड़ी इलाकों में जहां गेंदे की फ़सल पहले से ही खेतों में है और अगर मंडी की सुविधा नहीं है, तो कटाई के बाद फूलों की पत्तियों को गुलाल या रंग बनाने के लिए सुखाएं।