द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2022-05-26 09:57:39
Focus on the balanced nutrition of animals in extreme summer
पशुपालन: गर्मियों में पशुओं के चारे पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
इस मौसम में कई बार हरे चारे की कमी हो जाती है, जिससे पशुपालक सूखा चारा खिलाने को मजबूर हो जाते हैं।
लेकिन इन सूखे चारे में हजम होने वाले तत्व बहुत कम होते हैं। लवेरी से पूरा दूध लेने के लिए संतुलित चारा जिसमें कम से कम 16 प्रतिशत हजमयोग्य कच्ची प्रोटीन हो, ज़रूर प्रयोग करें।
गर्मियों में अधिक कटाई वाला चारा, हरा चारा डालने के लिए बिजाई करनी बहुत ज़रुरी है।
इनमें गिनी घास और नेपियर घास अच्छे हैं। गेहूँ या जई के खाली पड़े खेतों में बिना देर किए चारा बोना चाहिए।