द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2019-08-29 16:12:57
Experts' suggestion s for Horticulture Operation in the month of September
बागबानी करने वाले किसानों के लिए सुझाव निम्नलिखित अनुसार हैं:
हमेशा हरे रहने वाले फलदार पौधे जैसे आम, नींबू जाति के पौधे (किन्नू, माल्टा, मीठा नींबू, बारामासी नींबू ), लीची, अमरुद, लुकाठ, आंवला और पपीते के पौधे लगाने का बहुत ही अनुकूल समय है। नए लगाए गए पौधे बहुत ही कोमल होते हैं, इसलिए वह ख़ास देखभाल मांगते हैं। उनकी कांट-छांट, तने की सफैदी, पानी और अन्य पौधों के सुरक्षा प्रबंध पर ध्यान दें। नींबू जाति के पौधों को फलों की झड़ने से बचाने के लिए 5 ग्राम 2,4-डी (सोडियम सॉल्ट हॉर्टिकल्चर ग्रेड) का छिड़काव मध्य सितंबर और नींबू जाति के पौधों में सुरंगी कीट और सिट्रस सिल्ले की रोकथाम के लिए 160 ग्राम एकटारा 25 डब्ल्यू जी या 200 मिलीलीटर क्रोकोडाइल 17.8 एस एल को 500 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करना चाहिए। टहनियों का सूखना और फूल गलने की रोकथाम के लिए नींबू जाति के पौधों पर बोर्डो मिश्रण के घोल 2:2:250 का छिड़काव करें। अंगूरों की टहनियों के सूखने की बीमारी की रोकथाम के लिए अंगूरों की बेलों के ऊपर बोर्डो मिश्रण 2:2:250 का छिड़काव मध्य सितंबर में करें और पीले धब्बों की रोकथाम के लिए फिर दोबारा यह छिड़काव सितंबर के अंत में करें। बेरी पर लाख के कीड़े की रोकथाम के लिए कीड़े वाली टहनियों को काट दीजिये। बेरी के पत्तों के धब्बों की रोकथाम के लिए बोर्डो मिश्रण का घोल 2:2:250 या 0.3 प्रतिशत कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का छिड़काव करें। लोकाट के पूरे बड़े वृक्ष को 50 किलो देसी रूडी, 2 किलो सिंगल सुपर फास्फेट और 1.5 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश इस महीने डालें। नाशपाती की पंजाब ब्यूटी के पूरे बड़े वृक्षों को 500 ग्राम यूरिया बची किश्त इस महीने ही डालें। अमरूदों के पूरे वृद्धि वाले वृक्षों को 500 ग्राम यूरिया, 1250 ग्राम सिंगल सुपर फास्फेट और 750 ग्राम म्यूरेट ऑफ पोटाश रासायनिक खादों की दूसरी किश्त की तरफ से डालें।