द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2020-03-24 11:12:56
Experts' advice for proper care of sugarcane crop in April
गन्ने के खेत में से नदीनों की रोकथाम करें। डीला/मोथा की रोकथाम के लिए 2, 4 डी-सोडियम साल्ट 80% 800 ग्राम को 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग करने की सिफारिश की जाती है। यदि गन्ने की फसल में नदीनाशक का प्रयोग किया गया हो तो मूंग/माँह की मिक्स फसल की बिजाई न करें। फसल की बढ़िया उपज के लिए 7 से 12 दिनों के अंतराल पर पानी देते रहे हैं। शुरुआती दौर में फसल में 65 किलो यूरिया प्रति एकड़ डालें। खाद डालने के बाद खेत को पानी दें। पानी की बचत के लिए गन्ने की लाइनों में 20-25 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान की पराली या गन्ने की पत्ती बिछा दें। यदि काले खटमल का हमला नजर आए तो 350 मिलीलीटर डरसबान/लीथल/मासबान/गोल्ड्बान 20 ताकत को 400 लीटर पानी में घोल कर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें। छिड़काव पत्तों की गोभ की तरफ रखें। माइट के हमले वाले पत्ते पहले लाल हो जाते हैं और बाद में सड़ जाते हैं यह कीड़ा पहले बरु घास के ऊपर पलता है। फिर गन्ने की फसल पर हमला करता है। यदि बरु खेत में हो तो उसे नष्ट कर दें। यदि फसल रत्ता रोग और उखेड़ा रोग से बुरी तरह से प्रभावित हो तो फसल का ध्यान रखें। उखेड़ा रोग वाले गन्ने की पुटाई कर फेंक दें।