विशेषज्ञ सलाहकार विवरण

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द्वारा प्रकाशित किया गया था पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, लुधियाना
पंजाब
2020-03-10 11:45:37

Experts' advice for ornamental plants

सजावटी पौधों की देखरेख के लिए माहिरों द्वारा बताएं सुझाव निम्नलिखित अनुसार हैं:  

  • मौसमी फूल: गर्मियों के मौसमी फूल जैसे कॉस्मॉस, गेलार्डिया, गोमफ्रीना, कोचिया, दोपहर खिड़ी आदि की बिजाई के लिए अनुकूल समय है। सर्दी के मौसमी फूलों का बीज इकट्ठा करना शुरू कर दें।
  • गुलदाउदी : गुलदाउदी के जड़ुएँ, जिन्हें जनवरी या फरवरी में कियारियों में लगाया था उन्हें 10 सेंटीमीटर आकार के गमलों में या कियारियों में लगा दें ताकि जुलाई के महीने में कलमें बनाई जा सके।
  • पक्के पौधे : इस महीने में वृक्ष, झाड़ियां और बेल सहित हर तरह के पक्के पौधे को लगाया जा सकता है।  पौधे लगाने के लिए ठीक आकार का गड्ढा जोकि सही से भरा हो उसका ही प्रयोग करें। लगाने जाएं वाले पौधे सेहतमंद और बीमारी रहित होने चाहिए। पौधे लगाने के समय उनका असली लम्बाई दिमाग में रखें ताकि पौधे सही फासले पर लगाए जा सकें। बीज से तैयार होने वाली झाड़ियों के बीज भी इस  समय बोया जा सकता है।
  • घास का मैदान(लॉन) : यदि सिंचाई की व्यवस्था हो तो घास का मैदान तैयार करने के लिए यह बढ़िया मौसम है। तैयार की गई ज़मीन में घास की जड़ों को लगाया जा सकता है। शुरू में लॉन की सिंचाई फव्वारे के साथ करें। ऐसा करने के साथ लॉन जल्दी तैयार हो जाएगा।
  • गमले वाले पौधे : गमले वाले पौधे जैसे कि ड्राइसिना, पेडिलेंथ्स, ऐलोकेसिया, फाइकस क्रोटोन्स, क्लोरोफाइटम, फर्न, सेंसिवेरिया आदि को बढ़ाने और खाद डालने का उत्तम समय है। जो पौधे पिछले 3-4 साल से गमले में लगे हुए हैं उन्हें गमले में से निकाल कर नए पौधे बनाकर ताज़ी मिट्टी के साथ भरे हुए गमले में फिर से लगा दें और पानी डाल दें। ऐसा करने से पौधे सही रहेंगे।
  • गांठ वाले पौधे: यदि गर्मी के गांठ वाले पौधे के नहीं बोये तो अब जरूर बिजाई कर दें।
  • गुलाब: गर्मी का मौसम शुरू होने के कारण पानी के जरुरत बढ़ जाती है। इसलिए सिंचाई का खाद ध्यान रखें ताकि सेहतमंद फूल प्राप्त किये जा सकें।सूखते हुए फूलों को लगातार काटते रहें। इस मौसम में पौधों से जड़ें अधिक निकलती है उन्हें भी समय समय पर काटते रहें।
  • गेंदा: गर्मी वाले गेंदे (पंजाब गेंदा नंबर 1 ) की पनीरी यदि तैयार है तो खेतों में लगा दें, नहीं तो पनीरी तैयार करने के लिए बीजों को उभरती कियारियों में लगाए दें ताकि अगले महीने पनीरी खेत में लगाई जा सकें।