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द्वारा प्रकाशित किया गया था गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर, उत्तराखंड
पंजाब
2023-07-31 12:58:01

Care of chickens to prevent diseases

मुर्गियों की उचित देखभाल, संतुलित आहार, साफ तथा हवादार घर और अच्छी नस्ल का चुनाव करने से रोग की संभावना बहुत कम हो जाती है। याद रखे उन्नत मुर्गी पालन के लिए मुर्गियों में शुरू से ही रोग निरोधक उपायों का अमल करना आर्थिक दृष्टि से लाभप्रद होता है क्योंकि संक्रामक रोग हो जाने पर मुर्गियों को बचाना कठिन होता है। मुर्गी बीमार पड़ते ही उसे स्वस्थ मुर्गियों के झुंड से अलग कर देना चाहिए एवं जो आदमी बीमार मुर्गियों की देखभाल करे उन्हें भी स्वस्थ मुर्गियों के पास जाने से पहले हाथ अच्छी तरह धो लेने चाहिए। मुर्गी के घर में समय-समय पर रोगाणुनाशक एवं कीटनाशक रसायन का छिड़काव भी करना चाहिए।

मुर्गियों में सामान्य रूप से चेचक, खूनी दस्त, रानीखेत, कोराईजा, परजीवी अन्य रोग पोषाहार सम्बन्धित रोग होते हैं। इससे बचाव के लिए समय-समय पर टीकाकरण एवं परजीवी नाशक दवाईयों का प्रयोग करना चाहिए। यदि किसी बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं तो मुर्गी पालकों को अपने नजदीकी पशु चिकित्सक से सलाह लेकर ही इलाज करवाना चाहिए।