द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-12-23 11:14:45
All the farmers are advised to keep regular checks at plants in the orchards
बागबानी- सदाबहार फलदार पौधे खासतौर पर छोटे पौधे को ठंड से बचाने के लिए शोरे करें।
इस काम के लिए सरकंडा, दब या खजूर के पत्ते का प्रयोग किया जा सकता है ।
पौधे को हल्की सिंचाई भी की जा सकती है।
नींबू जाति के छिलका रोग को खत्म करने के लिए 50gm streptocycline 25gm copper sulphate 500 लीटर पानी में डालकर छिड़काव करें।
बोर्डो मिश्रण (2:2:250) का छिड़काव भी किया जा सकता है।
बेर के पौधे को सफेद रोग से बचाने के लिए 0.25% (250 gm/100 लीटर पानी ) घुलनशीर सल्फर का छिड़काव और बेर के पत्ते के काले निशानों की बीमारी को नियंत्रित करने के लिए पौधे पर बोर्डो मिश्रण 2:2:250 का छिड़काव करें।
बेर पर इस समय फल लगा हुआ है, इसलिए इस महीने में एक सिंचाई जरूर करें।
पतझड़ी किस्मों के फलदार पौधे जैसे कि आड़ू, अलुचा,नाशपाती, अंजीर, अंगूर आदि लगाने के लिए खेत की तैयारी शुरू कर लें।
आम की गूंदहिडी की रोकथाम के लिए पेड़ के मुख्य तने के पास अलकाथेन शीट अच्छी तरह लपेट दें।
अमरुद और बेर के इलावा बाकि सभी फलदार पौधे को देसी खाद डालने का काम शुरू किया जा सकता है।