द्वारा प्रकाशित किया गया था Maharana Pratap University of Agriculture & Technology, Udaipur
पंजाब
2021-02-10 11:36:02
Advisory related to Wheat, Gram, Garlic and Cucurbitaceous for the upcoming days
कोविड-19 के कारण किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए भारत सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों और सलाह के अनुसार सभी कृषि कार्यों के दौरान उचित अंतराल बनाए रखें, मास्क का उपयोग करें और साबुन से हाथ धोना सुनिचिश्त करें।
गेहूं- समय पर बोई गई गेहूं की फसल अभी बालिया निकलने की अवस्था में है और इस क्रांतिक अवस्था पर सिंचाई करना अति आवश्यक है। इसलिए किसान भाइयों की सिंचाई करने की सलाह दी जाती है। खड़ी फसल में दीमक की रोकथाम हेतु chloropyriphose 20 E.C. 4 लीटर प्रति हेक्टेयर सिंचाई के साथ दें।
चना- चने में फली छेदक कीट का प्रकोप दिखाई देते ही imamectin benzoate 5% SG 220 ग्राम प्रति हेक्टेयर का छिड़काव करें।
लहसुन- लहसुन की फसल में जड़ सड़न रोग के कारण पौधे की बढ़वार रुक जाती है तथा पत्तियों पर पीलेपन की समस्या सामने आती है तथा पौधा ऊपर से नीचे की और सूखता चला जाता है। संक्रमण के प्रारंभिक चरण में, पौधों की जड़ें सूखने लगती है, बल्ब के निचले सिरे सड़ने लगते है और अतत: पूरा पौधा मर जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए carbandezim 12% + mencozeb 63% WP @ 300 प्रति एकड़ या chlorothalonil 75% WP @ या 400 ग्राम प्रति एकड़ या thiophenet methyl 70% W/W 300 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
कद्दू वर्गीय फसल- कद्दू वर्गीय फसलों की अगेती बुवाई के लिए पॉलिथीन की थैलियों में पौध तैयार करें।