द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-01-13 11:55:47
Advisory related to Wheat and Oil Seeds for upcoming days by PAU experts
गेहूं- इन दिनों में हल्की ज़मीनों में नाइट्रोजन खाद का चौथा भाग डालें।
पिछेती बिजाई की गई गेहूं को नाइट्रोजन की दूसरी खुराक डालें।
खेतों में गुल्ली डंडे के फैलाव को रोकने के लिए सिफारिश किए गए नदीन नाशक को सिफारिश की गई मात्रा के हिसाब ही उपयोग करें।
जिस गेहूं की फसल में मैगनीज़ की कमी के कारण पत्ते पीले दिखाई देते हो वहां पर मैगनीज़ सल्फेट के छिड़काव का सुझाव दिया जाता है।
रेतली ज़मीनों में गंधक की कमी के कारण ऊपर के नए पत्ते हल्के हरे और पीले हो जाते हैं जबकि नीचे के पत्ते हरे ही रहते हैं। अगर ऐसे लक्षण दिखाई देते हो तो 1 क्विंटल जिप्सम प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें और हल्की सिंचाई करें।
इन दिनों में पीली कुंगी के हमले की जांच के लिए गेहूं की फसल का सर्वेक्षण करें।
तेल बीज- तने के गलने को नियंत्रित रखने के लिए इन दिनों में फसल को पानी न लगाएं।
अगर सरसों और राया पर तेला नुकसान करने की क्षमता पर पहुंच जाता है तो फसल को 40 ग्राम एकटारा 25 ताकत या 400 मिलीलीटर रोगर 30 ताकत या 600 मिलीलीटर Dursban 20 ताकत को 100 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करें।