द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-05-20 11:46:00
Advisory related to Rice Farming
धान- पंजाब के कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा (7 से 10 सेंटीमीटर) होने की संभावना है। धान की कम समय में पकने वाले किस्में जैसे PR 121, PR 122, PR 123, PR 124, PR 126, PR 127, PR 128, PR 129, PR 113, PR 114 और HKR किस्मों का ही बीज खरीदें और पनीरी की बिजाई 20 मई के बाद की जा सकती है।
बीज से होने वाली बिमारियों की रोकथाम के लिए बिजाई से पहले 3 ग्राम सप्रिंट प्रति किलो के हिसाब से 10 से 12 मिलीलीटर पानी में मिलाकर सोध करें।
धान की सीधी बिजाई को पहल दें।
धान की पनीरी में जड़ गांठ नीमाटोड की रोकथाम के लिए पनीरी की बिजाई से 10 दिन पहले खेत को पानी लगाने के बाद आखिरी जुताई के समय 40 ग्राम सरसों की खल प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से डालें।