कोविड 19 के कारण किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए भारत सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों और सलाह के अनुसार सभी कृषि कार्यों के दौरान उचित अंतराल बनाये रखें, मास्क का उपयोग करें और साबुन से हाथ धोना सुनिचिश्त करें। सब्जी की फसलों में निराई गुड़ाई करें। रबी में सब्जी की फसलें जैसे मिर्ची, बैंगन, टमाटर आदि लगाने के लिए क्यारियां तैयार करें।
गेहूं- अभी औसत तापमान लगभग 20 डिग्री सेल्सियस है, गेहूं की बुबाई के लिए उपयुक्त है, इसलिए किसानों को गेहूं की बुवाई शुरू करने की सलाह दी जाती है। उन्नत किस्में- Raj-4238, Raj- 4079, MP-3288, HI- 8713, DBW- 110 और Raj-4220. बीज की मात्रा 150 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रखें। जिन खेतों में पहले से दीमक का प्रकोप हो उनमें chlorpyriphos 20EC @ 4 मिलीलीटर प्रति किलो बीज की दर से बीज को उपचारित करने के पश्चात ही बुवाई करें।नेत्रजन, फॉस्फोरस तथा पोटाश उर्वरकों की मात्रा 120, 40 और 30 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए। बुवाई के समय ही उर्वरकों के साथ 25 किलोग्राम जिंक सल्फेट प्रति हेक्टेयर का प्रयोग करें।
जौ- अभी औसत तापमान लगभग 20 डिग्री सेल्सियस है, जौ की बुवाई के लिए उपयुक्त है। इसलिए किसानों को जौ की बुवाई शुरू करने की सलाह दी जाती है। उन्नत किस्में- RD-2788, RD-2794 और RD2715. जिन खेतों में दीमक का पहले से ही प्रकोप हो उनमें chlorpyriphos 20EC @ 4 मिलीलीटर प्रति किलो बीज की दर से बीज को उपचारित करने के पश्चात ही बुवाई करें। नेत्रजन, फॉस्फोरस तथा पोटाश उर्वरकों की मात्रा 60, 30 और 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए।
सरसों- सरसों में आरा मक्खी के रोकथाम हेतु Carbaryl 5 प्रतिशत चूर्ण 20-25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर का भुरकाव करें।
चना- चने में कटवर्म कीट के रोकथाम हेतु Quinalphos 1.5 प्रतिशत चूर्ण 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से भुरकाव करें।