सरसों में आरा मक्खी के रोकथाम हेतु Methyl parathion 2 प्रतिशत या Carbaryl 5 प्रतिशत चूर्ण 20-25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर का भुरकाव करें। चने में कटवर्म कीट के रोकथाम हेतु Quinalphos 1.5 प्रतिशत चूर्ण 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से भुरकाव करें।
गेहूं- वर्तमान मौसम तापमान लगभग 20 से 21 डिग्री सेल्सीयस है जो गेहूं की बुवाई के लिए उपयुक्त है। इसलिए किसानों को गेहूं की बुवाई शुरू करने की सलाह दी जाती है। उन्नत किस्में Raj-3077, W.H.-147, G.W.-190, G.W.-322, G.W.-273, H.I.-1544, Raj-4037, H.I-8498, Lok-1 and Raj-3765. बीज की मात्रा 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर। जिन खेतों में दीमक का प्रकोप हो तो Chlorpyriphos (20EC) 5 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से पलेवा के साथ दें। नेत्रजन, फॉस्फोरस तथा पोटाश उर्वरकों की मात्रा 120 50 व 40 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए।
जौ- यह सिंचित जौ की बुबाई का उपयुक्त समय है। उन्नत किस्में- R.D-2035, R.D-2786, R.D-2715, R.D-2849 and B.H.-902.
आलू- वर्तमान मौसम आलू की बुबाई के लिए अनुकूल है अत: किसान आवश्यकतानुसार आलू की किस्मों की बुवाई कर सकते है। उन्नत किस्में- कुफरी बादशाह, कुफरी ज्योति ( कम अवधि वाली किस्म), कुफरी अलंकार, कुफरी चंद्रमुखी। कतारों से कतारों तथा पौध से पौध की दूरी 45cm ́20cm या 60cm ́15 cm रखें। बुबाई से पूर्व बीजों को Carbendazim 2.0 ग्राम प्रति लीटर घोल में प्रति किलोग्राम बीज पांच मिनट भिगोकर रखें। उसके उपरांत बुवाई से पूर्व किसी छायादार जगह पर सूखने के लिए रखें।