गेहूं- वर्तमान मौसम में तापमान लगभग 20 से 21 डिग्री सेल्सियस है जो गेहूं की बुबाई के लिए उपयुक्त है। इसलिए किसानों को गेहूं की बुबाई शुरू करने के सलाह दी जाती है। उन्नत किस्में- Raj-3077, W.H.-147, G.W.-190, G.W.-322, G.W.- 273, H.I.- 1544, Raj- 4037, H.I- 8498, Lok-1 और Raj-3765. बीज की मात्रा 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर। जिन खेतों में दीमक का प्रकोप हो तो क्लोरोपाईरिफाँस 20 ईसी 5 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से पलेवा के साथ दें । नेत्रजन, फास्फोरस तथा पोटाश उर्वरकों की मात्रा 120,50 व 40 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए।
सरसों- जहाँ पर सरसों की फसल 30 दिन की हो गई हो वहां पर पहली सिंचाई करें। सरसों में आरा मक्खी के रोकथाम हेतु मिथायल पैराथियान 2 प्रतिशत या कार्बोरिल 5 प्रतिशत चूर्ण 20 से 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर का भुरकाव करें।
चना- चने में कटवर्म के रोकथाम हेतु क्यूनॉलफास 1.5 प्रतिशत चूर्ण 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से भुरकाव करें।