द्वारा प्रकाशित किया गया था Punjab Agricultural University, Ludhiana
पंजाब
2021-08-05 10:24:41
Advisory for the farmers growing Maize
मक्की- बारिश का पानी मक्की के खेत में खड़ा न होने दें क्योंकि यह फसल अधिक पानी को सहार नहीं सकती। इससे तना गलन रोग के होने का खतरा होता है। यदि अधिक पानी के साथ नुक्सान हो जाए तो 6 किलो यूरिया 200 लीटर पानी (3 प्रतिशत) में घोल कर प्रति एकड़ के हिसाब से हफ्ते के अंतराल पर दो बार छिड़काव करें।
मक्की को नाइट्रोजन की दूसरी किश्त (37 किलो या 25 किलो प्रति एकड़ क्रमश लंबा और दरमियाना/ कम समय लेने वाली किस्मों को) फसल को घुटने तक होने पर डालें।
मक्की की फसल का छेदक पर रोकथाम के लिए 30ml कोराजन 18.5 SC को 60 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव साफ मौसम होने पर करें। इस सूंडी की रोकथाम परजीवी कीड़ा ट्राइकोडर्मा द्वारा भी की जा सकती है।
मक्की की फसल पर फाल आर्मीवर्म की रोकथाम के लिए 0.4ml कोराजन 18.5 SC या 0.5ml deligate 11.7 SC या 0.4gm मिज़ाइल 5 SG प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव साफ मौसम होने पर करें। कीट की रोकथाम के लिए छिड़काव मक्की की गोभ की तरफ करें।