द्वारा प्रकाशित किया गया था GKMS, Arunachal Pradesh
पंजाब
2020-09-23 15:12:52
Advisory for September month crops
धान- झूम धान: फसल अब आम तौर पर परिपक्ता अवस्था में है। यदि 80 प्रतिशत झूम फसल परिपक्क हो जाती है, तो 1 से 2 चमकदार धुप वाले दिनों के बाद, कटाई करें। पिछले सप्ताह में लगातार भारी वर्षा के कारण, किसी क्षेत्र में फसल को नुक्सान हुआ है, जहाँ तक संभव हो सके बची हुई फसल को सावधानी से काटें और रबी सब्जियों की बुबाई के लिए तुरंत खेत तैयार करें।
अदरक- फसल अब प्रकंद विकास अवस्था में है। मैनुअल निराई की सलाह दी जाती है। किसी भी बीमारी और कीट के लक्षणों के खिलाफ फसलों की सही निगरानी करें। उचित जल निकासी और क्षेत्र स्वछता बनाये रखें।
सरसों- स्पष्ट/शुष्क दिनों के दौरान अच्छी तरह से तैयार भूमि में ताजे बीजों की बुबाई की जा सकती है। अरुणाचल प्रदेश के अनुशंचित जलवायु लचीला किस्में: टीएस-36, टीएस-38 और एम- 27। खेत में उचित जल निकासी सुनिश्चित करें। पहले से बोये गए बीजों के अंकुरण प्रतिशत की जांच करें और उन क्षेत्रों में द्वारा बुबाई करें जहा पिछले पिछले सप्ताह में लंबे समय तक बारिश से फसल को नुक्सान हुआ हो।
मूंगफली- खेत तो खरपतवार से मुक्त रखें। Leaf spot of groundnut- मैनकोज़ 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी का छिड़काव सात दिन के अंतराल पर 2 से 3 बार करना चाहिए।
तिल- खेत को खरपतवार से मुक्त रखें । खेत से अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने के लिए उचित जल निकासी चैनल प्रदान करें।