द्वारा प्रकाशित किया गया था ICAR- Indian Agriculture Research Institute
पंजाब
2021-06-11 11:36:04
Advisory for Paddy Cultivators
रबी फसल की कटाई के बाद खाली खेतो की गहरी जुताई कर जमीन को खुला छोड़ दें ताकि सूर्य की तेज धूप से गर्म होने के कारण इस में छिपे कीडों के अंडे तथा घास के बीज नष्ट हो जाएंगे।
धान- मानसुन समय से आने तथा समान्य रहने की संभावना को ध्यान में रखते हुए किसानों को धान की नर्सरी तैयार करने की सलाह है। एक हैक्टेयर क्षेत्रफल में रोपाई करने हेतु लगभग 800-1000 वर्गमीटर क्षेत्रफल में पौध तैयार करना पर्याप्त होता है। नर्सरी के क्षेत्र को 25 से 1.5 मीटर चौड़ी तथा सुविधानुसार लम्बी क्यारियों में बाँटे। पौधशाला में बुवाई से पूर्व बीजोपचार के लिए 5.0 किलोग्राम बीज के लिए बाविस्टिन 10-12 ग्राम और 1 ग्राम स्ट्रेप्टोसाइक्लिन को 10 लीटर पानी में घोल लें। आवश्यकतानुसार इस घोल को बनाकर इसमें 12-15 घंटे के लिए बीज को डाल दें। उसके बाद बीज को बाहर निकालकर किसी छायादार स्थान में 24-36 घंटे के लिए ढककर रखें और पानी का हल्का-हल्का छिड़काव करते रहें । बीज में अंकुर निकलने के बाद पौधशाला में छिडक दें । संकर किस्में:- पंत संकर धान 1, नरेन्द्र संकर धान 1, पी आर एच 10 । अधिक उपज देने वाली किस्में:- पूसा 44, पंत धान 4, पंत धान 10, पूसा 834, पूसा बासमती 1, पूसा इम्प्रूव्ड बासमती, पूसा सुगंध 5, पूसा सुगंध 4 (पूसा 1121), रनबीर बासमती।